मनरेगा योजना क्या है और मनरेगा योजना के तहत 7.43 लाख फर्जी जॉब कार्ड किन- किन लोगों के हटाए गए व मनरेगा अधिनियम धारा क्या है एवं सबसे ज्यादा किस स्टेट के फर्जी जॉब कार्ड हटाए गए जाने सम्पूर्ण जानकारी
केंद्र सरकार के द्वारा अपने देश के जितने भी श्रमिक एवं रोजगार वर्ग के लोग हैं जिनके पास रोजगार उपलब्ध नहीं है उन्हें 100 दिन के रोजगार गारंटी उपलब्ध कराने की वश्व की सबसे बड़ी योजना मनरेगा योजना के द्वारा उनके ही ग्राम पंचायत क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाते हैं हालांकि मंडे का योजना को ग्राम पंचायत क्षेत्र में जितने भी श्रमिक एवं कामगार है उनके लिए दैनिक दिनचर्या के स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जाता है लेकिन बहुत से ऐसे फर्जी भी लोग हैं जिन्होंने अपना NREGA Yojana के अंतर्गत फर्जी जॉब कार्ड बनवा दिया है और वह इस योजना का लाभ भी ले रहे हैं उन्हीं लोगों को चिन्हित करके अब इस योजना से हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है जिसके बारे में आज इसलिए में हम आपको विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे।
NREGA Yojana क्या है?
भारत सरकार के द्वारा देश के सभी आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग अथवा मजदूर लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना(NREGA) की शुरुआत की गई जोकि केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत इस योजना का संचालन किया जाता है जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के सभी गरीब बेरोजगार परिवार जो बीपीएल श्रेणी में आते हैं उन्हें सरकार की तरफ से 5 किलोमीटर के क्षेत्रीय दायरे में रोजगार उपलब्ध कराया जाता है और इसके साथ ही साथ उन मजदूर लोगों को 1 वर्ष में कम से कम 100 दिन कार्य देने की गारंटी भी प्रदान की जाती है इस योजना के द्वारा देश में ग्रामीण क्षेत्रों के मजदूरों को रोजगार प्रदान किया जाएगा जिससे उन क्षेत्रों का भी विकास संभव हो सके।
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Key Highlights of NREGA Yojana
योजना | मनरेगा योजना |
शुरुवात | वर्ष 2005 |
संचालन | केंद्र सरकार द्वारा |
अधिनियम | मनरेगा अधिनियम 2005 |
मंत्रालय | ग्रामीण विकास मंत्रालय |
लाभार्थी | देश के सभी श्रमिक और कामगार |
उद्देश्य | कामगारों को न्यूनतम मजदूरी प्रदान करना |
फर्जी जॉब कार्ड हटाए गए | लगभग 8 लाख(7.43 लाख) |
उत्तर प्रदेश में | लगभग 3 लाख(2.96 लाख) |
मनरेगा फर्जी जॉब कार्ड रद्द
देश में जितने भी गरीब एवं निधन परिवार के श्रमिक एवं कामगार लोग हैं जिनके पास पर्याप्त मात्रा में रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं है उन्हें केंद्र सरकार मनरेगा जॉब कार्ड प्रदान करती है जिससे वह अपने ही क्षेत्र में मजदूरी करके अपना भरण पोषण कर सके परंतु बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो मनरेगा के माध्यम से अपना फर्जी जॉब कार्ड बनवाकर उसका लाभ भी दे रहे हैं ऐसे लोगों को अब केंद्र सरकार ने चिन्हित करके उनके जॉब कार्ड को रद्द करने का फैसला लिया है और अब तक यदि देखा जाए तो 7 लाख से भी अधिक लोगों के NREGA Yojana जॉब कार्ड को हटाया जा चुका है।
कितने लोगों का जॉब कार्ड हटाया जा चुका है?
यदि मनरेगा योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 के अकड़ें पर नजर डालें तो अबतक लगभग 7.43 लाख से अधिक फर्जी मनरेगा जॉब कार्ड हटाए जा चुके है जिसमे से उत्तर प्रदेश राज्य में सबसे अधिक 2.96 लाख से अधिक फर्जी जॉब कार्ड हटाए गए है।लेकिन यदि इसके गत वर्ष पूर्व वर्ष 2021-22 के अकड़े की बात करें तो उस समय में 3,06,944 फर्जी जॉब कार्ड हटाए गए थे जबकि अगले वर्ष यह संख्या बढ़कर 7,43,457 हो गई।
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क्या कहता है मनरेगा अधिनियम धारा 25
यदि मनरेगा अधिनियम 2005 की बात करें तो उसकी धारा 25 के अंतर्गत जो भी फर्जी तरीके से मनरेगा जॉब कार्ड प्राप्त करके उसका इस्तेमाल करता है ऐसे में वह मनरेगा अधिनियम का उल्लंघनकर्ता माना जाएगा और उसे पर ₹1000 तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है उन्होंने फर्जी जॉब कार्ड जारी करने के खिलाफ एक निवारक उपाय के रूप में लाभार्थियों के डेटाबेस के डी-डुप्लीकेशन के लिए अनिवार्य आधार सीडिंग पर प्रकाश डाला हालांकि Job Card विभिन्न कारणों से हटाए जाते हैं, जिनमें नकली या Duplicate के रूप में पहचाना जाना, या जब लाभार्थी किसी पंचायत क्षेत्र से बाहर चले जाते हैं या उनकी मृत्यु हो जाती है।
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मनरेगा जॉब कार्ड हटाए गए
उत्तर प्रदेश राज्य में यदि NREGA Yojana की बात की जाए तो यहां पर सबसे ज्यादा फर्जी मनरेगा जॉब कार्ड को हटाया गया है जो कि वर्ष 2022-23 में लगभग 3 लाख फर्जी जॉब कार्डों की पहचान की गई थी और यही गत वर्ष 2021-22 में लगभग 70000 जॉब कार्ड हटाए गए थे और इस प्रकार से अभी भी ग्रामीण विकास मंत्रालय के द्वारा फर्जी जॉब कार्डों को हटाने का कार्य किया जा रहा है जिससे योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंच सके और वह व्यवस्थित रूप से अपना जीवन यापन कर सकें।
मनरेगा योजना के अंतर्गत जॉब कार्ड से संबंधित कुछ सवाल और जवाब (FAQs)
यदि वर्ष 2022-23 के डेटा की बात करें तो लगभग 8 लाख लोग यानी 7.43 लोगों के फर्जी मनरेगा जॉब कार्ड को हटाया जा चुका है।
वर्ष 2022-23 में लगभग 3 लाख फर्जी जॉब कार्डों की पहचान की गई थी और यही गत वर्ष 2021-22 में लगभग 70000 जॉब कार्ड हटाए गए थे।